10 Harmful Side Effect Of Mobile Phone In Children In Hindi
मोबाइल का बच्चों पर पड़ता दुष्प्रभाव निबन्ध
आज बच्चे हो या बूढ़े हर किसी के हाथ में मोबाइल है मोबाइल एडिक्शन (लत) आज इतनी तेजी से बढ़ रहा है की आज के टाइम में हर किसी के पास मोबाइल है दिन का कितना ही वक्त लोग मोबाइल में गुजार देते है यह उन्हें खुद को पता नहीं होता और बिना मोबाइल के Harmful Side Effect जाने लोग बेझिजक Mobile Phones का भरपूर यूज़ भी कर रहे है
आपने बहुत से घरों में देखा होगा की छोटे से बच्चों के हाथ में माँ-बाप ने मोबाइल दे रखा होता है फिर ऐसे में वे बच्चे या तो Mobile Phones में Game खेलते है या फिर YouTube पर विडियो देखते है और फिर जब आप उनके हाथ से मोबाइल वापस लेते है तो वे बच्चे रोने लग जाते है तो ऐसे में माँ-बाप ने तो बच्चों को चुप कराने का जरिया ही Mobile Phones को बना रखा है
और जैसे ही बच्चा रोने लगता है उसके हाथ में मोबाइल पकड़ा देते है इस तरह यह मोबाइल बच्चों की लत बन जाता है. फिर घर में कौन आता है और कौन जाता है उन्हें उनसे कोई मतलब नहीं है बाहरी दुनिया में क्या हो रहा है उनसे इन बच्चो को कोई मतलब नही होता है फिर वे बस मोबाइल में ही मस्त रहते है लेकिन यह मोबाइल उनके लिए कितना खतरनाक हो सकता है यह शायद आप नहीं जानते.
बच्चों में मोबाइल के साइड इफ़ेक्ट पर हिन्दी निबन्ध
Harmful Effect of Mobile Phones in Children Hindi Essay
तो आज की इस पोस्ट में हम आपको बच्चों में होने वाले मोबाइल के साइड इफ़ेक्ट के बारे में बताएँगे
तो चलिए जानते है की किस तरह मोबाइल से बच्चो पर बुरा प्रभाव पड़ता है जिन्हें जानकर आप अपने बच्चो के बिगड़ते सेहत और बुरे प्रभाव से बचा सकते है
1:- रीढ़ की हड्डी में प्रॉब्लम
एक रिसर्च में यह बात सामने आई है की 50% से ज्यादा बच्चों में मोबाइल की वजह से रीढ़ की हड्डी में प्रॉब्लम आई है ज्यादातर बच्चे सोकर या झुककर फ़ोन चलाते है जिस वजह से उनकी रीढ़ की हड्डी में प्रॉब्लम आने लगती है और इसका असर उनके शरीर पर पड़ता है
शुरुआत में जब हम बच्चो को मोबाइल फोन देते है तो उन्हें इस प्रकार की कोई परेशानी नही होती है लेकिन धीरे धीरे बच्चे रीड की हड्डी में दर्द होने की शिकायत करने लगते है जिसका सीधा सम्बन्ध मोबाइल के लगातार झुककर या लेटकर चलाने के कारण है
तो ऐसे ऐसे समस्याओ से बचने के लिए बच्चो को ज्यादा से ज्यादा मोबाइल से दूर रखना ही बेहतर आप्शन है जिससे उनके स्वास्थ्य को अच्छा बनाये रखा जा सकता है.
2:- वास्तविक जीवन से हो रहे है दूर
बच्चो के हाथ में मोबाइल आने से बच्चे वर्चुअल लाइफ का हिस्सा बन रहे है और रियल लाइफ से दूर जा रहे है लगातार YouTube पे कौनसा विडियो देखना है उन्हें याद है लेकिन रियल जिंदगी में किसके साथ बैठना है उनका बच्चों को पता तक नहीं होता है मोबाइल के बढ़ते एडिक्शन से बच्चे रियल लाइफ से दूर होते जा रहे है
ऐसे में जब बच्चे जीवन के वास्तविक परिस्थितियों को जानेगे ही तो आगे चलकर उन्हें अपने जीवन में अनेक प्रकार के परेशानियों को सामना करना पड़ सकता है सो बच्चो को वास्तविक जीवन से भी परिचय कराना बहुत जरुरी होता है
ऐसे में बच्चो को जितना हो सके Mobile Phones से दूर रखकर इसके Side Effect से बचाया जा सकता है
3:- याद करने की क्षमता कमजोर होना
जैसे-जैसे बच्चे मोबाइल के आदि हो रहे है वैसे-वैसे उनके सीखने की क्षमता कमजोर हो रही है बच्चों का पढ़ाई में भी मन नहीं लग रहा और उनके याद करने की क्षमता भी कमजोर हो रही है
एक तरफ जहा पहले Mobile Phones नही होते थे तो तबके बच्चे या तो पढाई करते थे या अपने दोस्तों के साथ खेलते थे जिससे उनका शारीरिक और मानसिक विकास होता था लेकिन Mobile Phones के बच्चो के हाथ में आ जाने से वे न शारीरिक मेहनत करना चाहते है और ना ही मानसिक मेहनत करना चाहते है जिसके कारण बच्चो में अब याद करने की क्षमता में भी कभी देखी जाने लगी है.
सो ऐसे में Mobile Phones के इस प्रकार के Harmful Side Effect से बचाने के लिए उन्हें Mobile Phones से दूर रखना बहुत जरुरी हो गया है
4:- आँखों पर बुरा असर
अक्सर बच्चे जब ज्यादा देर तक मोबाइल का यूज़ करते है तो यह उनकी आँखों पर भी असर डालता है छोटी उम्र में ही उनके चश्मे लगना स्टार्ट हो जाते है बहुत तेज Brightness की वजह से उनकी आँखों की रौशनी पर भी असर पड़ता है फिर भी माता-पिता इस बात से अनजान उन्हें हाथ में मोबाइल दे देते है.
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एक तरह मोबाइल चलाने के लिए जहा आखो को Mobile Phones में ही केन्द्रित करना होता है जिसकी वजह Mobile Phones से निकलने वाली तेज रौशनी आखो पर सीधा प्रभाव डालती है और इन तेज रौशनी का असर रातो में Mobile Phones चलाने से और भी अधिक हो जाता है
तो ऐसे में बच्चो के कम उम्र में ही आँखों के ख़राब होने से बचाने के लिए भी बच्चो को Mobile Phones से ज्यादा से ज्यादा दूर रखकर ही उनकी आँखों की सुरक्षा की जा सकती है
5:- व्यवहार में चिढ़चिढापन आ जाना
बच्चों के हाथ में मोबाइल देने से धीरे-धीरे वे उनके आदि होने लगते है और यही आगे चलकर लत में बदल जाती है जिससे उनका व्यवहार भी बदलने लगता है जैसे ही उनके हाथ से मोबाइल लेते है वे चिढ़चिढ़े हो जाते है उनके व्यवहार में बेरुखी आ जाती है और लड़ाई करने लग जाते है या रोने लग जाते है. यही चिढ़चिढापन आगे जाकर मेंटली डिसऑर्डर बनता है
ऐसे में बच्चो में इस प्रकार होने से दुष्प्रभाव से बचाना है तो उन्हें ज्यादा से ज्यादा Mobile Phones से दूर रखना ही बेहतर उपाय है.
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6:- दिमाग का विकास रुक जाना
आप अच्छे से जानते है की छोटे बच्चे हर चीज को बड़ी आसानी से कैच कर लेते है क्योंकि छोटी उम्र में बच्चो का दिमाग तेजी से विकसित होता है लेकिन मोबाइल देने से बढती टेक्नोलॉजी की वजह से उनके दिमाग पर बुरा असर पड़ता है उनके कल्पना शक्ति कम होने लगती है जिससे कारण वे कल्पना करना ही छोड़ देते है और जो बच्चे सोचना बंद कर देते है फिर स्वाभाविक सी बात है की उनके दिमाग का विकास भी रुक जाता है
जिस कारण से बच्चो में Mobile Phones के दुष्प्रभाव के चलते फिर भूख ना लगना, आँखों में परेशानी, हायपरएक्टिविटी, ध्यान ना लगना जैसी समस्याएं पैदा होने लगती है
तो ऐसे में बच्चो के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए उनके कल्पना शक्ति को बढना जरुरी होता है जो बच्चा ज्यादा से ज्यादा नई चीजो के बारे में सोच सकता है वही बच्चे आगे चलकर कुछ नया भी कर सकते है तो ऐसे में इस प्रकार के Harmful Effect से बचाने के लिए उन्हें Mobile Phones कम से कम उपयोग करने देना चाहिए.
7:- मोटापा बढ़ना
एक रिसर्च में यह बात सामने आई है की जिन बच्चों को कमरे में मोबाइल चलाने के लिए दिया जाता है उनमे 30% बच्चों में मोटापा बढ़ने की शिकायत रही है कमरे में लगातार एक जगह ही बैठे रहने की वजह से और शरीर में हलचल ना होने के कारण मोटापा बढ़ने लगता है अगर समय रहते इस पर लगाम ना लगी तो बाद में यह बहुत दिक्कत देगा
इसलिए बच्चो के शारीरिक विकास और मोटापा से बचाने के लिए उन्हें घूमना, खेलना भी बहुत जरुरी होता है इसलिए बच्चो को Mobile Phones से ज्यादा से ज्यादा दूर रखना ही उनके स्वास्थ्य के लिए अच्छा उपाय है
8:- नीदं की कमी
60-70% बच्चे अपने बेडरूम में मोबाइल का यूज़ करते है जिससे उनकी नींद पर भी उनका असर पड़ता है उन्हें पता ही नहीं चलता की कितनी देर से वे मोबाइल चला रहे है मोबाइल रेडियेशन की वजह से उनकी नीदं पर भी बुरा असर पड़ता है और ना वे टाइम से सोते है और ना ही टाइम से उठ पाते है
जिस कारण से आगे चलकर उन्हें अनेक प्रकार के नये रोग भी होने की सम्भावना बढ़ जाती है इसलिए अच्छे स्वास्थ्य के पूरी नीद भी लेना जरुरी होता है तो ऐसे बच्चो को एक निश्चित समय के बाद मोबाइल वापस लेना उनकी नीद को पूरा किया जा सकता है.
9:- मानसिक रोगी हो जाना
बच्चों में ज्यादा मोबाइल के यूज़ से डिप्रेशन, एंजाईटी, अटैचमेंट डिसऑर्डर, ध्यान नहीं लगना, नींद नहीं आना, उन्माद जैसी समस्याएं होने लगती है बच्चे का दिमाग भी स्थिर नहीं रहता है छोटी सी उम्र में इतनी सारे बीमारियाँ होना बहुत ही खतरनाक है
तो इस प्रकार के साइड इफ़ेक्ट से बचाने के लिए आपका बच्चा कितनी देर से Mobile Phones चला रहा है इसपर ध्यान देते रखना बहुत जरुरी होता है जिससे अपने बच्चो को Mobile Phones से होने वालो इस प्रकार के दुष्प्रभाव से बचाया जा सकता है
10:- बच्चों का आक्रामक हो जाना
जब बच्चे पुरे दिन मोबाइल पर विडियो देखते रहते है तो उनमे हिंसा, लड़ाई आदि दिखाई जाती है जिस वजह से बच्चे आक्रामक होने लगते है उनके दिमाग पर ऐसे विडियो से गलत असर पड़ता है जैसा की आपको पता है बच्चे हर चीज को बड़ी जल्दी कैच करते है तो ऐसे में बुरी हो या अच्छी चीज वे उन्हें जल्दी सीखने लगते है अगर बच्चे हिंसात्मक विडियो देखेंगे तो वे आक्रामक होने लगेंगे
और आप तो जानते ही होंगे की आपका बच्चा जैसा देखेगा जो सुनेगा वैसा ही बनने के बारे में भी सोचना शुरू कर देते है तो इस प्रकार के Mobile Phones के Side Effect से बचाने के लिए बच्चो को मोबाइल से दूर रखना चाहिए.
इस पोस्ट को पढने के बाद अप अच्छे से समझ गए होंगे की कैसे Mobile Phones बच्चों के लिए खतरनाक है अगर समय रहते इस पर लगाम नहीं लगाईं गई तो यह आगे उनके लिए बहुत खतरनाक हो सकता है और फिर इससे बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास पर असर पड़ सकता है इसलिए समय रहते बच्चों को हाथ में मोबाइल ना दे तभी आपके बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास पूरी तरह से हो सकता है
इस प्रकार आपकी अपने बच्चो के प्रति सजगता ही उनके बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकती है इसलिए खुद सजग रहे और अपने बच्चो को Mobile Phones से होने वाले दुष्प्रभाव से भी सजग रखे.
तो आप सबको यह पोस्ट बच्चों में मोबाइल के 10 साइड इफ़ेक्ट | Harmful Effect of Mobile Phones in Children Hindi Essay कैसा लगा कमेंट में जरुर बताये और इस पोस्ट को अपनों के बीच में शेयर भी जरुर करे.
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