HomeHealth Tipsचमकी बुखार क्या है जानें लक्षण बचाव और उपाय

चमकी बुखार क्या है जानें लक्षण बचाव और उपाय

Chamki Bukhar Acute Encephalitis Syndrome Fever In Hindi

चमकी बुखार क्या है इसके लक्षण सावधानिया और बचाव के तरीके

चमकी बुखार यानि Chamki Fever अब ये कौन सा रोग आया गया है जो आजकल पूरे समाचार पत्रों में छाया हुआ है जी हां चमकी फीवर यानी एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम आज के समय में एक ऐसा बुखार आया है जिसके चपेट में सबसे ज्यादा बच्चे शिकार हो रहे है और जो भी इसके चपेट में आ रहा है उसका सीधा सा अंजाम है मौत.. जी हा आजकल हमारे देश में यह एक भयंकर बीमारी का रूप ले चुकी है तो जरा सोचिये कितना खतरनाक होगा इन मासूमो की जान लेने वाला बीमारी – Chamki Bukharतो चलिए इस खतरनाक महामारी चमकी बुखार के बारे में जानते है और इसके लक्षण, सावधानिया और बचाव क्या हो सकते है

चमकी बुखार क्या है

Chamki Fever in Hindi

chamki fewer

चमकी बुखार जिसे Acute Encephalitis Syndrome Fever भी कहा जाता है जो एक प्रकार की ऐसी भयंकर बीमारी है जो सीधा दिमाग के सिस्टम पर हमला करती है यानी इसे एक तरह से दिमागी बुखार भी कहा जा सकता है

एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम जिसे आम स्थानीय बोलचाल की भाषा में चमकी बुखार भी कहा जाता है इंसेफलाइटिस यानि मानव मस्तिक से जुडी समस्या है जैसा की हम सभी जानते है की हमारे मस्तिक में लाखो कोशिकाये और तंत्रिकाए होती है जो की पूरे शरीर को सही ढंग से चलने में नियंत्रित करती है लेकिन जैसे ही इन तंत्रिकाओ में किसी भी प्रकार से सूजन आ जाए तो ये मस्तिक की तंत्रिकाए अपना कार्य ठीक ढंग से करना बंद देती है और फिर इस स्थिति को ही एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम यानी स्थानीय भाषा में चमकी बुखार कहा जाता है.

अब आप सोच रहे होंगे की इस बीमारी की शुरुआत कैसे होती है तो जैसा की हमने बताया की इंसेफलाइटिस एक प्रकार का ऐसा संक्रामक बीमारी है जो बहुत तेजी से फैलता है जैसे ही ये संक्रामक विषाणु मस्तिस्क में प्रवेश करते है बहुत ही तेजी के साथ खून के साथ मिलकर अपना प्रजनन शुरू कर देते है और तंत्रिका द्वारा शरीर के मस्तिक तक प्रवेश कर जाते है और फिर ये विषाणु मस्तिस्क में सूजन पैदा करना शुरू कर देते है जिस कारण से मस्तिस्क द्वारा संचालित पूरे शरीर के तंत्रिका तंत्र द्वारा रक्तो के प्रवाह को रोक देते है जिस कारण खून रुकने की भयंकर स्थिति में किसी भी इसके संक्रामक व्यक्ति की मौत होना स्वाभाविक है.

चमकी बुखार यानी एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम के लक्षण

Chamki Bukhar acute encephalitis syndrome Fever Symptoms in Hindi

1 :- लगातार तेज बुखार आना

2 :- दर्द की वजह से पूरे बदन में ऐठन

3 :- शरीर में सुस्ती का आना

4 :- अक्सर कमजोरी महसूस करना और कमजोरी की वजह से बेहोश हो जाना

5 :- चिकोटी काटने पर भी कोई प्रतिक्रिया तक न होना

6 :- अत्यधिक कमजोरी होने से शरीर में बार बार झटके लगना

7 :- शरीर में लगातार पानी की कमी होने से डीहाईड्रेसन की समस्या

क्यों बच्चे होते है चमकी बुखार के शिकार

Chamki Bukhar Effects on Child in Hindi

जैसा की हम सभी जानते है की नवजात शिशु या छोटे बच्चे जिनका मस्तिक और पूरा शरीर इतना मजबूत नही होता है की वे सभी प्रकार के रोगों से लड़ सकते है क्युकी उनकी प्रतिरोधक क्षमता यानि Immunity System बडो के मुकाबले कमजोर होते है ऐसी स्थिति में उनके ऊपर अत्यधिक गर्मी, धूप, पानी, शरीर में ग्लूकोज की कमी का असर बहुत तेजी से पड़ता है जिस कारण से बच्चे इन चीजो को आसानी से झेल नही पाते है जिस कारण से इस चमकी बुखार के शिकार हो जाते है.

अब ताजा मामलो के आधार पर पता चला है की इन गर्मी के दिनों में नये नये फल जैसे लीची की पैदावार बहुत अधिक हो जाती है जिस कारण से ये फले टूटने के बाद जमीन पर गिर जाती है जिस कारण पके फलो में वायरस इन्स्फेकशन आ जाता है और इन फलो के अंदर ये विषाणु पलने लगते है जिस कारण से बच्चो को पता नही होने के कारण इन फलो के खाने से इनके विषाणु सीधा शरीर में प्रवेश कर जाते है और फिर कुछ समय में ये प्रभाव तेजी से दिखाने लगते है.

इसलिए अभी भी कई प्रकार के मतभेद है की इस बीमारी का शुरुआत क्या इन फलो के कारण है या अत्यधिक गर्मी के कारण यह शोध का विषय बना हुआ है लेकिन ध्यान देने वाली है की यदि लीची जो की खाराब स्थिति में हो उस प्रकार के फलो का सेवन से ही एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम खतरा काफी बढ़ जा रहा है सो ऐसे स्थिति में यदि सावधानी पूर्वक इन फलो के सेवन से ही इस बीमारी के संक्रमण से बचा जा सकता है.

चमकी बुखार से सावधानिया और बचाव

Chamki Bukhar Acute Encephalitis Syndrome Fever Rescue Solution in Hindi

जैसा की चमकी बुखार के लक्षण को जानने के बाद अगर इसके होने वाले लक्षण पर ध्यान दे तो निश्चित ही समय रहते काफी हद तक इस बीमारी से बच्चो को दूर रख सकते है तो चलिए चमकी बुखार से कैसे सावधानिया अपनाये और इसके बचाव के क्या उपाय है जानते है.

1 :- जैसा की सड़े गले फलो जैसे लीची के खाने के बाद इसका संक्रमण बहुत तेजी से फैलता है तो इस बीमारी से बचने के लिए बच्चो को जूठे, सड़े और जमीन पर गिरे टूटे फलो को खाने नही देना चाहिए.

2 :- हमारा देश गाँवों में बसता है तो अक्सर गर्मियों के दिनों में हम अपने बाग़ बगीचों में खूब एन्जॉय करते है ऐसे में सभी बच्चे भी इन बगीचों के फलो को खूब खाते है तो अगर कोई भी ख़राब अवस्था में टुटा गिरा, सड़ा हुआ हो तो उसे खाने से खुद बचना चाहिए और दुसरो को भी सचेत करना चाहिए

3 :- बच्चो को ऐसे जगहों पर भी जाने से मना करना चाहिए जहा पर गंदगी का अम्बार हो हो सकता है की इन गंदे जगहों पर भी इस चमकी बुखार के विषाणु मौजूद हो जो किसी भी खाने पीने के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर सकते है

4 :- गर्मियों में पानी खूब पीना चाहिए और जो भी पानी पिए वह एकदम स्वच्छ हो इस बात का भी ध्यान जरुर रखना चाहिए

5 :- बच्चो को हमेसा स्वास्थ्य के लिए लाभदायक चीजो या खानों को खाने देना चाहिए.

6 :- बच्चो को जो भी खाने पिने की चीजे देते है उन्हें कभी भी खुले अवस्था में नही रखना चाहिए खाने पिने की चीजो को हमेसा ढककर रखना चाहिए.

7 :- सड़े गले फलो को खाने से परहेज करना चाहिए

8 :- जहा तक देखा जाय इस चमकी बुखार का कनेक्शन गर्मी और शरीर में पानी की कमी से है तो ऐसे में धुप में ज्यादा देर तक रहने से बचना चाहिए और पानी का सेवन लगातार करते रहना चाहिए

9 :- चुकी यह बीमारी मौसम पर भी आधारित है इसका असर गर्मियों के दिनों में सबसे अत्यधिक दिखाई पड़ता है तो हमे किसी तरह इन भयंकर गर्मी से भी बचने का उपाय करना चाहिए

10 :- चुकी इस बीमारी से यही पता चला है सबसे पहले शरीर में पानी की कमी होने लगती है जिसकी वजह से बार बार चक्कर, बेहोश, फिर बुखार होने लगता है तो सबसे पहले हमे लगातार रुक रुककर पानी पीते रहना चाहिए और यदि खाना खा सकते है तो लिक्विड के रूप में ही हल्के भोजन को लेते रहना चाहिए जिससे शरीर में किसी भी प्रकार की कमजोरी को आने से बचा सकते है.

तो जैसा की अभी तक डॉक्टर इस चमकी बुखार की बीमारी का मुख्य उत्पत्ति क्या है इसका सही तरीके से पता नही चल पाया है जिस कारण से इस बीमारी से बचने के एकमात्र उपाय सावधानी ही है तो ऐसे में हमारी थोड़ी सी सावधानी हमारे जीवन को सुरक्षित बना सकती है तो खुद सचेत रहिये और औरो को भी सचेत करते रहिये और यदि कोई भी इस रोग के संक्रामक का शिकार होता है तो बिना देरी किये डॉक्टर के पास जरुर जाए क्युकी आपकी सावधानी ही आपके जीवन को सुरक्षित बना सकती है.

तो आप सभी को इस चमकी बुखार के बारे में इसके लक्षण और उपाय की जानकारी कैसा लगा कमेंट में जरुर बताये और इस उपयोगी जानकारी को दुसरो के साथ शेयर भी जरुर करे.

इन पोस्ट को भी पढे : 

शेयर करे

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here