Mere Jeevan Ka Lakshya Essay Nibandh In Hindi
मेरे जीवन का लक्ष्य पर निबंध
जीवन में लक्ष्यों का होना बहुत जरुरी है, जिसके पास अपना लक्ष्य होता है, वह व्यक्ति अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए अपने कार्यो के प्रति ज्यादा समर्पित होता है, तो चलिए इस लक्ष्य यानि जीवन के Goal को ध्यान में रखते हुए इस पोस्ट मेरे जीवन का लक्ष्य निबन्ध, Mere Jeevan Ka Lakshya Essay बताने जा रहे है,
जिसे आप अपने कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 में जब मेरे जीवन का लक्ष्य पर हिन्दी निबन्ध लिखना हो, तो इस निबंध Mere Jeevan Ka Lakshya Essay को Short Essay या Long Essay, हिन्दी निबंध लिख सकते है, तो चलिए अब इस इन मेरे जीवन का लक्ष्य हिन्दी निबन्ध, Mere Jeevan Ka Lakshya Essay Nibandh को जानते है.
मेरे जीवन का लक्ष्य हिन्दी निबन्ध
Mere Jeevan Ka Lakshya Essay Nibandh in Hindi
वो कहा जाता है की मनुष्य का जीवन बड़े भाग्य से मिलता है, पूरे संसार में इन्सान ही एक ऐसा प्राणी है, जिसके पास सबसे विकसित मस्तिष्क है, जिसकी सहायता इन्सान सोच सकते है, समझ सकते है, अपने बारे में कुछ कर सकते है, ऐसे में मनुष्य का महत्वकांक्षी होना स्वाभाविक है, हर इन्सान अपने जीवन में कुछ ना कुछ बनना चाहता है, कुछ पाना चाहता है, हर किसी के पास अपना लक्ष्य होता है, और इन्सान अपने इन्ही लक्ष्यों के सहारे जीवन में आगे बढ़ते जाते है,
ऐसे में जो लोग अपने जीवन में लक्ष्य स्थापित नही करते, वे हमेसा इधर उधर उद्देश्यहिन् भटकते रहते है, ये ठीक वैसा ही होता है, जैसे यदि कोई गाड़ी आगे बढती जा रही होती है, लेकिन उसे जाना कहा है, अपनी मंजिल ही नही पता हो तो वह सिर्फ चारो तरफ भटकती रहेगी, ठीक वैसे ही बिना लक्ष्य के इन्सान भी अपने जीवन में भटकता रहता है.
जब एक छोटा बच्चा से पुछेगे, तो वह पढ़ाई करता है, तो वह जरुर बताएगा की उसे आगे क्या बनना है, या बनना चाहता है, ठीक वैसे ही बच्चे का दिमाग एकदम साफ़ सुथरा होता है, सो उसे भविष्य को लेकर अपने मन में अनेक सपने बनते है, जो यही सपने आगे चलकर उसे जीवन के लक्ष्य बन जाते है,
इसलिए हर किसी को अपने जीवन का लक्ष्य जरुर निर्धारित करना चाहिए, और जो भी लक्ष्य बनाते है, उसे पूरा करने के लिए लोग रात दिन एक कर देते है, फिर जब उस लक्ष्य को हासिल कर लेते है, उस लक्ष्य को पाने की असीम ख़ुशी भी मिलती है. इसलिए चाहे कोई भी हर किसी को अपना लक्ष्य जरुर बनाना चाहिए.
और हमे अपने जीवन में लक्ष्यों को ऐसे निर्धारित करना चाहिए की एक लक्ष्य पूरा हो जाये, तो फिर रुकना या थकना भी नही है, फिर अगले लक्ष्य के लिए जुट जाना चाहिए, क्युकी जीवन में हमेसा आगे बढ़ते रहने का नाम ही जिन्दगी है, और जब जीवन में लक्ष्य होते है, तो यह जीवन बहुत ही अच्छा भी लगने लगता है, जीवन में बोरियत के लिए कोई भी स्थान नही रह जाता है.
बहुत ही लोग डॉक्टर, तो कोई वकील, तो कोई कुछ बनना चाहता है, तो फ़ौज में जाकर देश की सेवा करना चाहता है, तो कोई बिजनेस, व्यापार में अपना नाम कमाना चाहता है, हर किसी के पास कोई ना कोई अपना लक्ष्य जरुर होता है, और इन्ही लक्ष्यों के सहारे लोग अपने जीवन में आगे बढ़ते जाते है.
उपसंहार –
तो ऐसे में हर किसी को अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए, जब अपना लक्ष्य होगा, तो उसे पूरा करने के लिए मेहनत की भी जरूरत पड़ेगा, फिर निरंतर मेहनत करने के लिए आपका लक्ष्य ही आपको प्रेरणा देंगा, तो चलिए अब आपने अपना लक्ष्य नही बनाया है, तो अभी से अपना लक्ष्य बनाये और फिर निरंतर आगे बढ़ते रहिये.
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