Net Banking In Hindi Net Banking Kaise Kare
इन्टरनेट बैंकिंग क्या है नेट बैंकिंग कैसे करे इसके फायदे
आप सभी इन्टरनेट बैंकिंग यानी नेट बैंकिंग से परिचित होंगे और शायद इसका यूज़ भी करते होंगे. जब से हमारे देश में 4G Internet Connection आया है उसके बाद से हर वर्ग इन्टरनेट से परिचित हो गया है. आज के समय में बिना इन्टरनेट तो जीवन की कल्पना कर पाना भी संभव नहीं है. आजकल व्यापारी हो या पर्सनल काम सब लोग किसी ना किसी तरह से बैंक से जुड़े हुए है.
लोग अपनी कमाई का कुछ हिस्सा शेविंग के रूप में बैंक में जमा कराते है. वैसे भी आजकल जैसे-जैसे क्राइम बढ़ रहे है और लूटपाट तथा चोरियां बढ़ रही है, ऐसे में लोगों का विश्वास बैंकों के प्रति ज्यादा बढ़ रहा है और लोग बैंक में अपना पैसा ज्यादा जमा कराने लगे है. आज के समय में हर कोई किसी ना किसी रूप में बैंक से जुड़ा है.
आजकल बैंक में खाता खुलवाना भी आसान हो गया है. Kotak, Airtel Payment Bank, Paytm Payment Bank जैसे आप्शन से तो आप घर बैठे ही अपना अकाउंट खोल सकते है और बैंक की सारी सुविधाएँ अपने फ़ोन पर पा सकते है. आजकल काम के चलते लोग भी ज्यादा व्यस्त रहने लगे है. ऐसे में कोई भी बैंक की लम्बी लाइन में खड़ा नहीं रहना चाहता.
इन्टरनेट बैंकिंग की मदद से आजकल हर काम आसान हो गया है. आप घर बैठे ही अपना बैंक बैलेंस पता कर सकते है, पैसे ट्रान्सफर कर सकते है तथा और भी कई काम कर सकते है. आज की इस पोस्ट में हम आपको बताएँगे की नेट बैंकिंग क्या है और इसके फायदे तथा नुकसान क्या है?
इन्टरनेट बैंकिंग क्या है?
What Is Internet Banking in Hindi
इन्टरनेट बैंकिंग को ऑनलाइन बैंकिंग या नेट बैंकिंग भी कहा जाता है. यह एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम होता है जो बैंक की वेबसाइट के माध्यम से ग्राहकों को वित्तीय लेनदेन और बहुत सी अन्य सुविधाएँ प्रदान करता है. जैसा की नाम से स्पष्ट है इन्टरनेट बैंकिंग यानी इसे इस्तेमाल करने के लिए आपके फ़ोन में इन्टरनेट का होना जरुरी है.
इसके द्वारा आप घर बैठे बिना बैंक के चक्कर लगाये बैंक के बहुत से काम कर सकते है. आप घर बैठे अपना बैंक बैलेंस चेक कर सकते है, किसी के खाते में पैसे ट्रान्सफर कर सकते है, रिचार्ज और बिल पेमेंट कर सकते है, ऑनलाइन शौपिंग में भुगतान कर सकते हो आदि बहुत से कार्य कर सकते है.
इन्टरनेट बैंकिंग कैसे शुरू करें
How To Activate Net Banking in Hindi
इन्टरनेट बैंकिंग आप दो तरह से एक्टिवेट कर सकते है. पहला ऑफलाइन बैंक में जाकर रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरकर इसे एक्टिवेट कर सकते है. इसमें बैंक आपको लॉग इन आईडी और पासवर्ड दे देगा. दूसरा आप अंक की संबधित वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन रजिस्टर कर सकते है. ऑनलाइन रजिस्टर करने के लिए आपके पास अकाउंट नंबर, रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर, CIF नंबर, ATM कार्ड आदि होना चाहिए. इन सब डॉक्यूमेंट की जरूरत आपको ऑनलाइन नेट बैंकिंग के लिए पड़ेगी.
इन्टरनेट बैंकिंग के फायदे
Benefit Of Internet Banking in Hindi
- इन्टरनेट बैंकिंग एक्टिवेट करने में आसान और प्रयोग करने में सुविधाजनक होती है.
- इसका प्रयोग करके ग्राहक घर बैठे पैसे ट्रान्सफर कर सकते है और बिल भुगतान कर सकते है.
- ग्राहक आवर्ती खाता तथा फिक्स्ड डिपाजिट खाता खोल सकते है.
- इन्टरनेट बैंकिंग हफ्ते के 7 दिन और 24 घंटे उपलब्ध रहती है.
- जब बैंक बंद हो तब भी इन्टरनेट बैंकिंग काम करती है जिससे आपका बैंक का काम आधी रात को भी नहीं अटकता है.
- इस प्रणाली के माध्यम से बहुत आसानी और तेजी से पैसे ट्रान्सफर किये जा सकते है.
- ऑनलाइन शौपिंग में इसकी मदद से आप आसानी से भगतान कर सकते है.
- आप बैंक का स्टेटमेंट भी इन्टरनेट बैंकिंग की मदद से चेक कर सकते है.
- इसकी मदद से एक व्यक्ति एक साथ कई खातों को मैनेज कर सकता है.
- इसकी मदद से ग्राहक हमेशा अपने खाते के लेनदेन पर नजर रख सकता है जिससे कोई भी अनहोनी होने की स्थिति में सतर्क होकर बैंक को सूचित कर सकता है.
- इसे किसी भी डिवाइस जैसे मोबाइल, टेबलेट, लैपटॉप, कंप्यूटर आदि पर यूज़ किया जा सकता है.
- इसको यूज़ करने से ग्राहक का समय और पैसा दोनों की बचत होती है.
इन्टरनेट बैंकिंग के नुकसान
Losses Of Internet Banking Disadvantage in Hindi
- नए व्यक्तियों को शुरूआती दौर में नेट बैंकिंग को समझने में बहुत परेशानी होती है.
- बिना इन्टरनेट कनेक्शन के आप इसे यूज़ नहीं कर सकते.
- इन्टरनेट बैंकिंग में सब कुछ ऑनलाइन होता है ऐसे में वित्तीय धोखाधड़ी की सम्भावना बनी रहती है. कोई आपके अकाउंट को हैक भी कर सकता है.
- सर्वर डाउन होने से आपका लेनदेन अटक सकता है. इससे यह जानना भी मुश्किल हो जाता है की आपका लेनदेन सफल हुआ या नहीं.
- इसकी मदद से कोई भी ग्राहक नकदी जमा नहीं करा सकता है.
नेट बैंकिंग इस्तेमाल करते समय ध्यान रखें यह बातें
Safe Internet Banking Tips in Hindi
- अपनी ऑनलाइन डिटेल्स किसी को भी ना दे, भले ही कोई आपका कितना भी ख़ास क्यों ना हो.
- साइबर कैफ़े पर इन्टरनेट बैंकिंग का यूज़ ना करें. अगर बहुत जरुरी है तो हिस्ट्री क्लियर कर दे.
- इन्टरनेट बैंकिंग उसे करने के लिए ब्राउज़र के प्राइवेट विंडो का यूज़ करें.
- जिस डिवाइस में नेट बैंकिंग यूज़ कर रहे है उसमे लाइसेंस प्राप्त एंटीवायरस रखें. जिससे किसी वायरस के द्वारा आपके अकाउंट को नुकसान नहीं पहुँचाया जा सके.
- पब्लिक कंप्यूटर का इस्तेमाल ना करें.
- सबके सामने कभी भी अपना पासवर्ड ना टाइप करें.
- पासवर्ड ऐसा रखें जिसमे नंबर, लेटर और स्पेशल कैरेक्टर भी आये.
- समय-समय पर पासवर्ड बदलते रहे.
जैसे-जैसे कैशलेस ट्रांजेक्शन बढ़ रहे है ऐसे में आने वाले टाइम में हर कोई नेट बैंकिंग यूज़ करेगा. आज की इस पोस्ट में आप अच्छे से जान गए होंगे की नेट बैंकिंग क्या है, इसे कैसे एक्टिवेट करते है, इसके फायदे और नुकसान क्या है. तो आपको यह पोस्ट पसंद आई होगी. अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और कमेंट बॉक्स में अपने विचार दे.
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