AchhiAdvice.Com

The Best Blogging Website for Technology, Finance, Make Money, Jobs, Sarkari Naukri, General Knowledge, Career Tips, Festival & Motivational Ideas To Change Yourself

Hindi Essay Information Social Work

प्रदूषण की समस्या पर एक निबंध – Hindi Essay On Pollution Pradushan Ki Samasya Par Nibandh

Hindi Essay On Pollution Pradushan Ki Samasya Par Nibandh

प्रदूषण की समस्या पर निबंध

जब वातावरण मे अशुद्ध और विषैले तत्व मिल जाते है तो वातावरण प्रदूषित हो जाता है, जिससे मानव और प्रकृति पर बुरा प्रभाव पड़ता है, इसे प्रदूषण कहा जाता है, जो की आज के समय मे प्रदूषण की समस्या एक विकराल रूप ले चुका है,

तो वातावरण मे बढ़ते प्रदूषण और प्रदूषण की समस्या को ध्यान मे रखते हुए प्रदूषण की समस्या पर निबंध, Hindi Essay On Pollution (Pradushan Ki Samasya Par Nibandh) बताने जा रहे है, जिसे कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 और 12 के छात्र अपने कक्षा मे इस Short and Long Essay on Pollution in Hindi, प्रदूषण पर निबंध, Pollution essay in Hindi लिख सकते है।

प्रदूषण की समस्या पर निबंध

Short Hindi Essay On Pollution 300 Words

Hindi Essay On Pollutionजब हम सभी छोटे हुआ करते थे, तो घर के आस पास ढेर सारे पेड़ पौधे देखने को मिलते थे, लेकिन बदलते वक्त की दौर मे अब चारो तरफ के दिखने वाले हरियाली भरे पेड़ सभी गायब हो चुके है, उन पेड़ो की जगह पर बड़ी बड़ी इमारतो ने जगह ले लिया है, जो ये पेड़ ढेर सारी जीवन देने वाली प्राण वायु पैदा करती थी, उन पेड़ो के कट जाने से अब इन जगहो पर आक्सीजन की कमी होने लगी, जिस कारण से यहा पर वायु प्रदूषित हो चुका है,

तो ऐसे मे अगर प्रदूषण से हमे निपटना है, तो पहले की तरह खाली स्थानो पर पेड़ लगाने पर ज़ोर देना चाहिए और हरे पेड़ो को काटने से रोकना चाहिए, तभी वातावरण को शुद्ध बना सकते है, ऐसे मे हर इंसान का पर्यावरण के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी खुद से लेनी चाहिए, और वातावरण अशुद्ध न हो, ऐसे पर्याप्त कदम उठाने चाहिए, जिससे अपने हर कोई अपने आस पास के वातावरण को शुद्ध बना सकता है, जिसके लिए पेड़ पौधे का लगाना, साफ सफाई, गंदे जल का समुचित निकास व्यवस्था  और रासायनिक हानिकारक तत्वो को मिट्टी मे मिलने से बचाना आदि प्रमुख है, इन सभी पर समुचित उपाय और सही प्रयास से वातावरण को प्रदूषण मुक्त बना सकते है।

उपसंहार :-

अगर हमे धरती माँ को रहने योग्य बनाए रखना है, तो हम सभी को मिलकर प्रदूषण को रोकने और नियंत्रित करने के उपायो पर अमल करना चाहिए, तभी हम सभी धरती को रहने योग्य और आने वाली पीढ़ी को सुंदर सा वातावरण प्रदान कर सकते है।

प्रदूषण की समस्या पर विस्तृत निबंध

Long Hindi Essay On Pollution 800 Words

Short and Long Essay on Pollution in Hindi

जब मिट्टी, जल और वायु मे प्रदूषित तत्व मिल जाते है, तो इस प्रकार के प्रदूषित और हानिकारक प्रभाव डालने वाले तत्वो के मिलने से मिट्टी, जल और वायु की शुद्धता मे कमी आ जाती है, तो इसे प्रदूषण कहते है, और इस प्रकार से भिन्न भिन्न हानिकारक प्रभाव देखने को मिलते है, जिससे प्रदूषण की समस्या उत्तपन होती है,

जरा सोचिए बचपन के दिनो मे घर के आस पास खेत खलिहान, तालाब, बाग बगीचे, नदिया आदि होते थे, जो की वर्तमान मे या तो अपने आकार मे सिमट गए है या फिर उनका अस्तित्व ही खत्म हो गया है। इन बाग बगीचो मे ढेर सारे तरह तरह के वृक्ष हुआ करते थे, जिनसे हमे आक्सीजन मिलती थी, नदियो तालाबो के जल मे अपशिष्ट मिलने और कचरा जाने से नदियो का जल पीने योग्य नहीं रह गया है, जिससे इन पानी मे रहने वाले जीवो के जीवन पर ही खतरा आ गया है,

जगह जगह बढ़ती जनसंख्या के कारण कूड़े कचरे फेके जाने लगे है, जिससे उपजाउ मिट्टी भी प्रदूषित हो गयी है, और जंगलो बगीचो के पेड़ पौधे काटकर उन जगहो पर बड़ी बड़ी बिल्डिंग और कल कारखाने लगाए जाने लगे है, जिससे इन हरे पेड़ो के कटने और कल कारखानो मे धुए निकलने से वातावरण एकदम से प्रदूषित हो गया है, जो की सभी कारण से प्रदूषण की समस्या के लिए उत्तरदाई है,

प्रदूषण के प्रकार

Type of Pollution in Hindi

तो चलिए प्रदूषण कितने प्रकार के होते है, उनके बारे मे जानते है।

1 :- वायु प्रदूषण (Air Pollution in Hindi)

2 :- जल प्रदूषण (Water Pollution in Hindi)

3 :- मृदा प्रदूषण (Soil Pollution in Hindi)

4 :- ध्वनि प्रदूषण (Sound Pollution in Hindi)

1 :- वायु प्रदूषण

Air Pollution in Hindi

वायु प्रदूषण का प्रमुख कारण वनो, जंगलो की कटाई है, जिसके लिए हमारी बढ़ती जनसंख्या काफी हद तक उत्तरदाई है, बढ़ती जनसंख्या के चलते हर किसी को रहने के लिए अपना आवास चाहिए, और खाने के लिए अन्न चाहिए, जिस कारण से बड़े बड़े जंगलो को काटकर उन जगहो पर घर और खेत बनाए जाने लगे है, जिस कारण से इन जंगलो की अंधाधुंध कटाई की जा रही है,

इन जंगलो के पेड़ो के काटने से ये जो पेड़ आक्सीजन जो की इंसान और सभी जीवो के लिए प्राणवायु है, कम होती जा रही है, या वायु का लेवल घटता जा रहा है, जिस कारण से वायु मे अन्य गैसों की मात्रा बढ्ने से ये जीवनदायी वायु विषैली होती जा रही है, जिसका मुख्य कारण ये वायु प्रदूषण ही है।

इसके अतिरिक्त मानव विज्ञान की सहायता से नित नए नए आविष्कार भी करता जा रहा है, इन आविष्कारों मे मानव ने अनेक तरह के वाहन, मोटर का आविष्कार भी कर लिया है, जो की ईधन से चलती है, और इन ईधन के मोटर मे चलने से अनेक विषैली कार्बनडाइ ऑक्साइड जैसे गैसे निकलती है, जो की सीधे वायु मे मिलकर वायु को प्रदूषित करती है, इसके अतिरिक्त अनेक तरह के खतरनाक परमाणु बम, हाईड्रोजन बम के परीक्षण से भी अनेक खतरनाक विषैली गैसे निकलती है, जो की वातावरण को प्रदूषित करती है,

इसके अतिरिक्त घरो मे उपयोग होने वाले एयर कोंडीशन, कल कारखानो के चिमनियों से निकलने वाले विषैले धुए से भी वायु प्रदूषण दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, जो की कही न कही वातावरण के साथ साथ मानव जीवन के साथ प्रकृति के सभी जीव जन्तुओ के लिए भयंकर प्रदूषण की समस्या बनती जा रही है,

ऐसे मे समय रहते मानव अपने प्रगति के राह पर चलते हुए इस प्रकार के प्रदूषण पर नियंत्रण नही किया तो भविष्य मे इस प्रदूषण की समस्या से भयंकर परिणाम देखने को मिल सकते है.

2 :- जल प्रदूषण

Water Pollution in Hindi

जल प्रदूषण का मुख्य कारण नदियो तालाबो, झीलों आदि के पीने योग्य जल मे प्रदूषित तत्व या नालो के जरिये बहने वाले गंदे और विषैले पानी के मिल जाने से होता है, जिसमे मुख्यत अधिकतर मात्रा मे कभी नष्ट न होने वाली प्लास्टिक, रासायनिक प्रदार्थ के कचरे, कल कारखानो के नालो से निकलने वाले गंदे और रासायनिक जल होते है, जो की अपने श्रोत्र स्थान से निकालकर सीधे इन तालाबो, नदियो मे छोड़ दिया जाता है, जिसे ये विषैले गंदे पानी, नदी तालाब आदि के शुद्ध पानी को गंदा कर देते है।

जिस कारण से इन नदियो तालाबो का जल पीने योग्य नही रह गया है, इन प्रदूषित पानी के पीने से मानव मे नयी नयी तरह की अनेक नयी बीमारिया उत्पन्न हो रही है, इसके अतिरिक्त नदियो, तालाबो के जल मे अनेक जीव जन्तु भी निवास करते है, इनका जल प्रदूषित हो जाने से इन जीवो की मृत्यु होती जा रही है, जो की ये सभी जीव पारिस्थितिक तंत्र के महत्वपूर्ण घटक है, जिससे पारिस्थितिक तंत्र मे विषमता आने लगी है।

इसलिये यदि समय रहते इंसान नही चेतता है, तो जल प्रदूषण के चलते इंसान को शुद्ध पानी पीने के लिए तरसता रह जाएगा, और बिना पानी के तो मानव क्या किसी भी जीव के जीवन की कल्पना करना मुश्किल है,

तो ऐसे मे जल प्रदूषण को रोकने के लिए हर सभी को मिलकर सार्थक प्रयास करना बहुत जरूरी है, वरना ये जल प्रदूषण की समस्या विकराल रूप ले सकती है।

3 :- मृदा प्रदूषण

Soil Pollution in Hindi

मृदा यानि मिट्टी जो की उपजाऊ मिट्टी होती है, जिनमे हम सभी अन्न उगाते है, जिससे उगे हुए अन्न से मानव का पेट भरता है, और उदर की पूर्ति होती है, ऐसे मे यदि घरो, कारखानो से निकलने वाले कचरो को उचित स्थान पर न फेककर सीधे सीधे इन उपजाऊ मिट्टी मे फेका जाता है, तो इन कचरो मे अनेक खतरनाक रासायनिक तत्व होते है, जो की उपजायु मिट्टी मे मिलकर इन मिट्टी को बंजर बना देते है,

इसके अतिरिक्त इन कचरो मे अनेक गंदे अपशिष्ट प्रदार्थ भी होते है, जिनसे तरह तरह के किटाणु भी पैदा होते है, जो की वातावरण मे मिलकर अनेक प्रकार के बीमारिया उत्पन्न करते है.

इस तरह प्रदूषण की समस्या मे मृदा प्रदूषण भी एक महत्वपूर्ण कारक है, जिसके लिये समुचित प्रयास करना बहुत जरूरी है, वरना ऐसे मे लोग कचरा और गंदगी मिट्टी मे मिलाते रहेगे तो दिन भी दूर नही होगा जब सभी उपजाऊ मिट्टी बंजर हो जाएगी, जिससे इंसान को खाने के लिए अन्न भी मिलना मुश्किल हो जाएगा।

4 :- ध्वनि प्रदूषण

Sound Pollution in Hindi

प्रदूषण मे ध्वनि प्रदूषण भी आज के समय की विकराल समस्या बनती जा रही है, अत्यधिक तेज वाहनो के मोटरो से तेज गति से ध्वनि निकलते है, इसके अतिरिक्त पटाखे, लाउडस्पीकर, डीजे, अत्यधिक शोर शराबे वाले वाहन भी ध्वनि प्रदूषण को बढ़ाते है, जिससे मनुष्य मे मानसिक तनाव, कम सुनाई देना, बहरापन जैसे घातक बीमारिया जन्म लेती है, जो की मानव जीवन पर बुरा प्रभाव डालते है,

इसके अतिरिक्त ऐसे अनेक जीवाणु भी होते है, जो की अति सूक्ष्म होते है, जो की इन्सानो, मिट्टी, पेड़ पौधे के लिए लाभदायक होते है, ये अत्यधिक तेज ध्वनि की गति को सहन नही कर पाते है, और अत्यधिक तेज ध्वनि से मर जाते है, जिस कारण से कही न कही ये हमारे पर्यावरण के लिए नुकसानदायक है, ऐसे मे ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए सभी को मिलकर समुचित सार्थक प्रयास करना चाहिये, तभी ध्वनि प्रदूषण जैसी विकराल प्रदूषण की समस्या से निजात पा सकते है।

उपसंहार :-

इस तरह सभी मिलकर एकसाथ एकजुट होकर प्रदूषण की समस्या पर समुचित प्रयास करते है, तो निश्चित ही इस बढ़ती प्रदूषण की समस्या पर निजात पा सकते है और फिर से इस धरती को हरा भरा और सुंदर और रहने योग्य बना सकते है।

तो आप सभी को यह निबंध प्रदूषण की समस्या पर निबंध | Pradushan Ki Samasya Par Nibandh Hindi Essay On Pollution | Hindi Essay On Pollution खूब पसंद आया होगा तो इसे अपने कक्षा मे भी लिख सकते है, और साथ साथ इस निबंध को दूसरों के साथ शेयर कर सकते है, और यह निबंध आपको कैसे लगा, कमेंट बॉक्स मे जरूर बताए।

इन्हे भी पढे :-

शेयर करे

LEAVE A RESPONSE

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Read in Your Language »