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धरती फट रही है एक जातक हिन्दी कहानी

Jatak Katha Dharti Fat Rahi Hai Jatak Hindi Kahani

धरती फट रही है एक जातक हिन्दी कहानी

अक्सर हम सभी लोगो की सुनी सुनाई बातों पर विश्वास कर लेते है, जो की हो सकता है, उस बात मे कोई सच्चाई ना हो, जिसे आमतौर पर अफवाह कहा जाता है, जो की हमेसा झूठ के सहारे ही चलता है, और सच के आगे अफवाह को झुकना पड़ता है, तो चलिये इस सोच पर आधारित धरती फट रही है एक जातक हिन्दी कहानी Jatak Katha Dharti Fat Rahi Hai Jatak Hindi Kahani को जानते है, जो की किसी तरह फैले हुए अफवाह के प्रति लोगो को जागरूक करने का कार्य करती है।

धरती फट रही है एक जातक हिन्दी कथा

Jatak Katha Dharti Fat Rahi Hai Jatak Hindi Kahani

Jatak Katha Dharti Fat Rahi Hai Hindi Kahaniबहुत समय पहले की बात है किसी जंगल में एक खरगोश बरगद के पेड़ के नीचे लेट कर आराम कर रहा था, लेटे-लेटे उसके मन में बुरे ख़याल आने लगे , उसने सोचा ,” यदि धरती फट गयी तो मेरा क्या होगा ?” अभी उसने ऐसा सोचा ही था कि उसे एक जोर के धमाके की आवाज़ आयी. वह भयभीत हो उठा और चीखने लगा ” भागो-भागो धरती फट रही है, अपनी जान बचाओ…..”  और ऐसा कहते हुए वह पागलों की तरह एक दिशा में भागने लगा.

उसे इस कदर भागता देखते हुए एक खरगोश ने उससे पूछा, “अरे क्या हुआ भाई , तुम इस तरह बदहवास भागे क्यों जा रहे हो?”

“अरे तुम भी भागो…अपनी जान बचाओ, धरती फट रही है…”, ऐसा चीखते हुए वह भागता रहा .

यह सुन कर दूसरा खरगोश  भी डर गया और उसके साथ भागने लगा. अब तो वह दोनों एक साथ चिल्ला रहे थे- “ भागो-भागो धरती फट रही है …भागो-भागो ….”

देखते-देखते सैकड़ों खरगोश इस बात को दोहराते हुए उसी दिशा में भागने लगे.

गधों को इस तरह भागता देख , अन्य जानवर भी डर गए. धरती फटने की खबर जंगल में लगी आग की तरह फैलने लगी, और जल्द ही सबको पता चल गया की धरती फट रही है. चारो तरफ जानवरों की चीख-पुकार मच गयी, सांप, बिच्छु , सीयार,  लोमड,  हाथी , घोड़े ..सभी उस झुण्ड में शामिल हो  भागने लगे.

जंगल में फैले इसे हो-हल्ले को सुन अपनी गुफा में विश्राम कर रहा जंगल का रजा शेर बाहर निकला, उसे अपनी आँखों पर यकीन नहीं हुआ  कि सारे जानवर एक ही दिशा में भागे जा रहे हैं.वह उछल कर सबके सामने आया और गूंजती हुई दहाड़ के साथ बोला , ” ये क्या पागलपन है ? कहाँ भागे जा रहे हो तुम सब ??”

“ महाराज , धरती फट रही है !! , आप भी अपनी जान बचाइए. “, झुण्ड में आगे खड़ा बन्दर बोला.

” किसने कहा ये सब ?” , शेर ने प्रश्न किया

सब  एक दूसरे का मुंह देखने लगे , फिर बन्दर बोला, “ मुझे तो ये बात चीते ने बतायी थी.”

चीते ने कहा , “ मैंने तो ये पक्षियों से सुना था.” और ऐसे करते करते  पता चला कि ये बात सबसे पहले खरगोश ने बताई थी.

खरगोश को महाराज के सामने बुलाया गया .

“तुम्हे कैसे पता चला कि धरती फट रही है?”, शेर ने गुस्से से पूछा.

“मममम मैंने अपने कानो से धरती के फटने की आवाज़ सुनी महाराज !!”, खरगोश ने डरते हुए उत्तर दिया

“ठीक है चलो , मुझे उस जगह ले चलो और दिखाओ कि धरती फट रही है.”, ऐसा कहते हुए शेर खरगोश को उस तरफ ढकेलता हुआ ले जाने लगा. बाकी जानवर भी उनके पीछे हो लिए और डर-डर कर उस और बढ़ने लगे .बरगद के पास पहुच कर खरगोश बोला ,” हुजूर , मैं यहीं सो रहा था कि तभी जोर से धरती फटने की आवाज़ आई, मैंने खुद उडती हुई धूल देखी और भागने लगा “

शेर ने आस पास जा कर देखा और सारा मामला समझ गया. उसने सभी को संबोधित करते हुए बोला ,” ये खरगोश महामूर्ख है , दरअसल पास ही  नारियल का एक ऊँचा पेड़ है, और तेज हवा चलने से उस पर लगा एक बड़ा सा नारियल नीचे पत्थर पर गिर पड़ा , पत्थर सरकने से आस-पास धूल उड़ने लगी और ये खरगोश ना जाने कैसे इसे धरती फटने की बात समझ बैठा .”

शेर ने बोलना जारी रखा, ”पर भाइयों ये तो खरगोश है , पर क्या आपके पास भी अपना दिमाग नहीं है, जाइए ,अपने घर जाइये और आइन्दा से किसी अफवाह पर यकीन करने से पहले दस बार सोचियेगा.”

कहानी से शिक्षा

दोस्तो ठीक ऐसा ही हम सभी के जीवन मे भी कई बार ऐसा होता है कि हम किसी अफवाह को सुनते हैं और उसपर यकीन कर बैठते हैं. इन अफवाह की चपेट में आकर  हम गलत चीजों को भी सही मान लेते है, और ऐसा करके खुद को सच्चाई से दूर कर लेते है, तो ऐसे मे हम सभी का सबसे पहले यही फर्ज बनता है की जो बाते हमे बताई जा रही है, क्या वे सही है, इसका पता कर लेना चाहिए, तभी उस सुनी सुनाई बात पर विश्वास करना चाहिए, और बिना सच्चाई जाने किसी भी बात पर विश्वास कर लेना खुद को सच्चाई से दूर करने वाली बात हो जाती है.

इसलिए हमें किसी खरगोश तरह किसी की बात में यकीन करने से पहले अपना दिमाग ज़रूर लगा लेना चाहिए ,और ये भी समझना चाहिए कि अगर सैकड़ों लोग भी किसी गलत चीज या अफवाह को को बढ़ावा दे रहे हैं तो भी वो गलत ही रहती है, और उससे बचने में ही भलाई है. इसलिए कभी भी अफवाह पर आँख मूँदकर भरोसा करने से बचने मे सबकी भलाई होती है।

तो आप सभी को यह कहानी बड़ा बनने के लिए धरती फट रही है एक जातक हिन्दी कहानी (Jatak Katha Dharti Fat Rahi Hai Jatak Hindi Kahani) कैसा लगा, कमेंट बॉक्स मे जरूर बताए और इस कहानी को लोगो के साथ शेयर भी जरूर करे,

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