Value of Time and Life Story in Hindi
जीवन में समय के महत्व की कहानी
हर कोई यह जरुर सोचता है की आखिर जीवन क्या है जीवन समय का वह पहिया है जिसमे इन्सान हमेसा आगे चलते हुए अपने जीवन को व्यतीत करता है और फिर एक दिन अपने जीवन की सारी कमाई को युही इस दुनिया में छोड़कर खाली हाथ चला जाता है और फिर कुछ रह जाती है तो वह है यादे, और वही लोग याद किये जाते है जो अपने जीवन को दुसरो के लिए जीते है जैसा की आप भी जानते है की जीता है हर कोई अपने लिए है लेकिन वही लोग नाम कर जाते है जो दुसरे के लिए जीना जानते है,
तो चलिए इसी सोच पर आधारित आप सबको एक Moral Hindi Kahani (Story in Hindi) बताने जा रहा हु जिससे आप सभी को जीवन में समय के महत्व को समझने के लिए काफी महत्वपूर्ण हो सकता है.
जीवन में समय का महत्व की कहानी
Value of Time and Life Story in Hindi
एक शहर में एक अमीर व्यक्ति रहता था उस व्यक्ति ने अपना सारा जीवन पैसे कमाने ले लगा दिया था उसके इतना धन हो गया था की वह उस शहर को भी खरीद सकता था लेकिन उसने अपने पूरे जीवन भर में किसी की भी सहायता नही किया.
वह अक्सर पाने बैंक बैलेंस पर फूला नही समाता था वह खुद के कमाए धन पर हमेसा गर्व महसूस करता था लेकिन कभी भी इन कमाए हुए धन का इस्तेमाल अपने ऊपर नही किया यहाँ तक की उसने इन पैसो से कभी भी अपने मन मुताबिक कपड़े भोजन या अन्य इच्छाओ पर खर्च नही किया उसने सिर्फ अपने सारे जीवन पैसे कमाने में ही मस्त रहा और इस तरह वह पैसे कमाने में इतना मस्त हो गया था की उसे पता ही नही चला की वह बूढा हो गया है और जीवन के आखिरी पड़ाव पर आ गया है.
और इस तरह एक रात उस व्यक्ति के जीवन का अंत निकट भी आ गया था और यमराज उसके प्राण लेने आ गये जिसे देखकर वः व्यक्ति सहम गया तब यमराज ने कहा – अब आपका जीवन का समय खत्म हो चूका है अब मेरे साथ चलना होंगा.
जिसे सुनकर वः व्यक्ति सोचता रह गया और बोला – “प्रभु अभी तो मैंने अपना जीवन भी नही जीया है मै तो सिर्फ अपने काम करने में ही व्यस्त था मुझे अपने धन दौलत का उपयोग करने के लिए कुछ समय चाहिए जो की इन सम्पति को मैंने काफी वर्षो के मेहनत के बाद कमाया है”
फिर यमराज ने कहा – “नही मै तुम्हे और समय नही दे सकता हु जीवन का समय निश्चित है जो की बढाई नही जा सकती है”
फिर उस व्यक्ति ने कहा – “प्रभु देखिये मेरे पास इतना धन है आप चाहो तो इस धन का आधा हिस्सा ले लीजिये लेकिन मुझे जीवन जीने के लिए एक वर्ष और दे दीजिये”
इस पर यमराज ने कहा – “यह कदापि सम्भव नही है”
फिर वह व्यक्ति बोला – “प्रभु आप चाहो तो मेरे धन का 90% ले ले लेकिन मुझे जीवन के लिए 1 महीने का समय दे दे”
फिर यमराज का उत्तर ना में आया.
और फिर उस व्यक्ति ने कहा – प्रभु आप चाहो तो मेरे सारे धन ले लीजिये लेकिन मुझे सिर्फ 1 घंटे और दे दीजिये.
इस पर यमराज ने कहा – “आप अपने जीवन के कीमती समय को धन से कभी खरीद नही सकते है एक बार जो वक्त चला जाता है उसे किसी भी धन से वापस दुबारा नही लाया जा सकता है”
इस प्रकार उस व्यक्ति जो की अपने धन पर बड़ा अभिमान था अज वह सब व्यर्थ लगने लगा था और इस प्रकार पाने जीवन के बहुमूल्य समय को यूही धन कमाने में बिता दिया था आज वही धन इस समय को रोक नही सकते है और फिर दुखी मन से पछताते हुए बोला – ठीक है प्रभु जैसी आपकी आज्ञा, लेकिन मेरी आखिरी इच्छा पूरी करिये.
अपने दिमाग से सोचना सीख देती कहानी
जिसे यमराज ने स्वीकार कर लिया.
फिर उस व्यक्ति ने अपने शहर वासियों के लिए एक पैगाम लिखा – मैंने जिस धन को कमाने के लिए पूरी जीवन को लगा दिया और आज वही धन मेरे जीवन के 1 सेकंड को खरीद नही सकते है इसलिए आप सभी अपने जीवन के इस बहुमूल्य समय को जीवन जीने में बिताये और आप चाहे कितना भी कमा ले लेकिन अपने जीवन के कीमती समय को कभी भी खरीद नही सकते है जीवन भगवान् का दिया हुआ वो बहुमूल्य उपहार है जिसे दुसरो के लिए जीने में बिताये तभी आप अपने जीवन को सार्थक बना सकते है.
और इस प्रकार वह व्यक्ति जीवन के आखिरी क्षणों में जाते जाते सबकी आखे खोल गया.
Comfort Zone से निकलिये रास्ते खुद बन जाएगे
कहानी से शिक्षा
जीवन भगवान का दिया हुआ वो बहुमूल्य उपहार है जो की पैसे से ख़रीदा नही जा सकता है इसलिए जीवन बिताने के साथ साथ जीवन को जीना भी चाहिए, कल क्या होंगा किसी को पता नही लेकिन आज जो हो रहा है उसे तो अच्छी तरह से जी सकते है.
एक इन्सान अपे जीवन में चाहे कितना भी कमा ले और कितना भी बड़ा व्यक्ति क्यू न बन जाये लेकिन कभी भी अपने बीते हुए जीवन के कल को वापस नही ला सकता है इसलिए जीवन के प्रत्येक क्षण का आनन्द ले और हमेसा खुश रहना सीखे तभी आप अपे जीवन को सार्थक तरीके से जी सकते है.
अर्जुन और चिड़िया की आँख कहानी
जैसा की कहा भी गया है – जीवन बहुमूल्य है इसे व्यर्थ न जाने दे जीवन के हर पल को खुलकर जीये तभी आप अपने जीवन से खुश हो सकते है.
तो आप सबको यह कहानी कैसा लगा प्लीज कमेंट बॉक्स में जरुर बताये.
इन कहानियो को भी पढ़े :-
- खुद को बदलो दुनिया को नही नैतिक शिक्षा कहानी
- खुश कौन है कौवा और मोर के ख़ुशी की कहानी
- गरीब किसान के धन की कहानी
- गुरु शिष्य की प्राचीन पौराणिक 3 कहानिया
Kya baat h super se bhi upar apako koti- koti naman such me aankhe khul gyi apka bahut bahut dhanywad jay hind
Thank you Vakil, Aise hi yaha hmare blog ko visit karte rahiye..
Thank you Vakil, aise hi Achhiadvice visit karte rahiye
VERY NICE STORY
Thank you sir
ईश्वर प्रतिदिन हम सब को 24 घंटे यानी 1440 मिनट देता हैं । जो मनुष्य इन 1440 मिनटों का सदुपयोग करता हैं, वह अपने जीवन को अपने इच्छानुसार बदल देता है और जो लोग इन 1440 मिनटों को व्यर्थ के कामों में बर्बाद कर देते है, समय उनके जीवन को अपने इच्छानुसार बदल देता है इसलिए आप इन 1440 मिनट यानी 86400 सेंकेड का ऐसे उपयोग करें जैसे एक गरीब मजदूर अपने मेहनत से कमाये हुए रूपयों का उपयोग सोच समझकर करता है क्योंकि आपका आने वाला भविष्य कैसा होगा यह इसी बात पर निर्भर करता है कि आप अपने वर्तमान समय को कहां और कैसे उपयोग करते है।.
इस कहानी के द्वारा आपने समस्त संसार में व्याप्त मनुष्य जाती जो की एक नश्वर शरीर की प्रत्यक्ष मूरत है, जिसमे ज्ञान, समझ , बुद्धि, शक्ति एवं सोचने की क्षमता अन्य प्राणियों की तुलना मे अधिक है,
किन्तु हम मनुष्य यह कदापि नहीं समझ पाए की जीवन में सच्चा सुख और सच्ची प्रसन्नता केवल तभी प्राप्त होती है जब हम केवल स्वयं के नही अपितु हमसे जुड़े हर मनुष्य , मूक जीव – जन्तु की सहायता करने से ही प्राप्त होती है !
हम सम्पूर्ण जीवन में जो धन अर्जित करते है वो हमारे अंत समय में किसी काम का नही होता है , परन्तु हमारे द्वारा सम्पूर्ण जीवन में जो धर्म , पुन्य एवं लोगो के द्वारा दी गई दुआएं ही हमारे अंत समय में काम आते है ! धन्यवाद